सहजन का पेड़ उष्णकटिबंधीय मौसम का पेड़ है इसके उगने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती इसके महत्वपूर्ण भाग इसकी पत्ती और फल और इसके फूल यह तीनों सभी प्रकार की औषधियां से भरपूर होते हैं सहजन की फली का उपयोग संपूर्ण भारत में प्राचीन काल से उपयोग किया जा रहा है इसका औषधीय महत्व वैज्ञानिक तरीके से महत्वपूर्ण है इसमें शरीर के लिए आवश्यक सभी प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं विशेष कर दक्षिण भारत में इसका अधिक उपयोग किया जाता है डोमेस्टिक कड़ी या साभार यदि के रूप मेंसहजन की फली का उपयोग किया जा रहा है
चलिए एक मानव के लिए जरूरी सहजन की फली का औषधीय महत्व समझते हैं- sahjn ki pti ke fayde
सहजन की पत्ती के फायदे- Benefits of drumstick leaves
सहजन का पेड़ एक संपूर्ण औषधीय गुण वाला पेड़ है इसमें मनुष्य के लिए आवश्यक सभी जरूर की पूर्तिमात्र एक पेड़ से की जा सकती है बस आपको ही एक बात ध्यान रखना है इसका सभी भाग उपयोगी है किस भाग का कैसे उपयोग करना है इस बात का आपको पता होना चाहिए
1 शरीर के पुराने घाव के चित्तों को मिटाना-
सहजन के पेड़ का अर्क घाव भरने में मदद करता है और पुराने घाव के निशाने को मिटाने में मदद करता है इसका आर्क का पेस्ट घाव पर लगाने से तुरंत ठीक हो जाती है
2 कैंसर से लड़ने में मदद करता है
कई अध्ययनों में देखा गया है सहजन की पत्ती में उपलब्ध ऐंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेट्री प्रोपर्टीज़ कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद करती है अध्ययनों के अनुसार, सहजन के पत्तों में मौजूद विटामिन C, बीटा-कैरोटीन, फ्लावोनॉयड्स, और अन्य पोषक तत्व और ऐंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर से लड़ने में मदद करते है
ध्यान रहे सहजन की पत्तियां स्वास्थ्यवर्धक तरीके से सही है लेकिन कैंसर के इलाज के लिए एकमात्र उपाय नहीं है
3 आंखों के लिए सबसे अच्छा-
सहजन की पत्तियां आंखों के लिए सबसे अच्छी मानी गई है क्योंकि इसमें आंखों को स्वस्थ वर्धक रखने के लिए आवश्यक विटामिन होते हैं जैसे विटामिन A विटामिन C विटामिन B12 बीटा कैरोटीन और जिंक की उपलब्धता आंखों की रोशनी को बढ़ती है और आंखों को स्वस्थ वर्धक बनाने में मदद करती है
विटामिन A और बीटा-कैरोटीन की खासियत यह है कि वे रेटिना के स्वास्थ्य के लिएआवश्यक होते है , जो कि आंखों की दृष्टि को सुरक्षित रखता है। विटामिन C और E के एंटीऑक्सिडेंट गुण आंखों की संरक्षा करते हैं, जबकि जिंक आंखों की सेहत को बढ़ावा देने में मदद करता है
4 स्टेमिना बड़ाने मे मदद करती है –
सहजन की पत्तियों में स्टेमिना बढ़ाने की ताकत होती है क्योंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और खनिज लवण विटामिन सभी पाए जाते हैं जिसके कारण यह मसल्स की रिकवरी और ऊर्जा को बढ़ाने में सबसे अच्छी मानी गई है
इसके अलावा, सहजन की पत्तियों में विटामिन C और विटामिन E जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते हैं, जो शारीरिक थकावट और थकान को कम करने में मदद कर सकते हैं इसके अलावा, इसमें भरपूर मात्रा में आवश्यक खनिज तत्व भी होते हैं
पत्तियों का उपयोग सब्जी के रूप में सलाद के रूप में या चाय के रूप में किया जा सकता है
5 डायबिटीज में सहजन की पत्तियों का उपयोग-
सहजन की पत्तियों में अधिकतर फाइबर, विटामिन, और मिनरल्स होते हैं, जो डायबिटीज के कंट्रोल में मदद करते है । फाइबर का सेवन खाने की पाचन शक्ति को बड़ा देता है ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जाने में मदद मिलती है इसके अलावा, विटामिन C और अंतियाक्सिडेंट्स डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकते हैं और शरीर की संरचना को स्वस्थ रखने में मदद करते है
6 ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखती है-
डायबिटीज में सहजन की पत्तियों का उपयोग ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करता है सहजन की पत्तियों में कई पोषक तत्व और गुण होते हैं जो डायबिटीज के प्रबंधन में सहायक होते है कुछ महत्वपूर्ण कारण जान लीजिए
- लो ग्लीसेमिक इंडेक्स (GI)– सहजन की पत्तियाँ का खाने में अधिकतम लो ग्लीसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल का तेजी से बढ़ने का खतरा कम होता है इसके अलावा यह खाने का समय बढ़ाता है जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है
7 किडनी की बीमारियों से बचाता है–
उरिक एसिड के लेवल को कम करना– सहजन की पत्तियों में पाए जाने वाले पोटैशियम, कैल्शियम, और मैग्नीशियम आदि खनिज तत्व उरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करते हैं जिससे किडनी स्वस्थ रहती है
इम्यून सिस्टम को बढ़ाते हैं- सहजन की पत्तियों में पाए जाने वाले कैल्शियम पोटेशियम मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है
मूत्र मार्ग की स्वच्छता- सहजन का उपयोग करने से मूत्र मार्ग की स्वच्छता हमेशा बनी रहती है और किडनी की बढ़ती समस्याओं से दूर रखती है और मूत्र मार्ग से संबंधी समस्याएं कभी नहीं आती सहजन की पत्ती के लाभ
सिकल रोग और एनीमिया में सहायक सहजन की पत्ती–
सहजन की पत्तियां रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करती हैं एनीमिया जैसी बीमारी को समय रहते ठीक करने में मदद करती हैं सहजन की पत्तियों में पाए जाने वाली औषधि गुणवत्ता के कारण सकल रोग और एनीमिया दोनों में इसका अच्छा उपयोग किया जा सकता है
सहजन की फली की उपयोगिता –Uses of drumstick pods
सहजन के फल का उपयोग आमतौर पर सब्जी बनाने के रूप में सांभर बनाने के रूप में या डोमेस्टिक उपयोग में किया जाता है यह अधिकतर स्वादिष्ट सब्जियों की कैटेगरी में इसको रखा जाता है इसमें उपलब्ध पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रिशन जो की एक ह्यूमन को स्वस्थ रखने में भूमिका निभाता है चलिए इसकी कुछ उपयोगिता जानते हैं सहजन की फलियों के लाभ
1 आपके इम्यून सिस्टम को ताकत देती है
सहजन की फली में उपलब्ध न्यूट्रिशन की मात्रा ऐंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेट्री प्रोपर्टीज़ क्योंकि इम्यून सिस्टम को मजबूत करके सभी बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं
2 सहजन की फली से हड्डियां मजबूत होती है-
हां, सहजन की फली (ड्रमस्टिक मोरिंगा) मजबूत हड्डियों के लिए फायदेमंद होती है सहजन की फली में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, और विटामिन डी जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते है , जो हड्डियों के स्वास्थ्य कोअच्छा करने में मदद करती है
- कैल्शियम– सहजन की फली में अच्छी मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों के बनावट में मदद करता है और उन्हें मजबूत बनाता है
- पोटैशियम– पोटैशियम हड्डियों की सेहत को बनाए रखने में हेल्प करता है और कैल्शियम के हड्डियों में स्ट्रक्चर देने में मदद करता है
- मैग्नीशियम– मैग्नीशियम भी हड्डियों की स्ट्रक्चर और मजबूती देता है
- विटामिन D सहजन की फली अच्छी मात्रा में विटामिन डी को भी प्रदान करती है जो कैल्शियम को शरीर में संश्लेषण करने में मदद करता है यह हड्डियों की स्वस्थता को बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद करता है
त्वचा के कलर को साफ करने में मदद करती है=
सहजन की फली (ड्रमस्टिक मोरिंगा) त्वचा के कलर को साफ करने में मदद करती है इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन्स, और मिनरल्स त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और उसके रंग को गोरा और स्वस्थ बनाते हैं
- एंटीऑक्सिडेंट् -सहजन की फली में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जैसे कि विटामिन C, जो त्वचा के दाग-धब्बों को कम करने में मदद करता है और उसका रंग बेहतर बनाता है
- विटामिन्स: सहजन की फली में विटामिन्स भी होते हैं जैसे कि विटामिन A, जो त्वचा के रंग को साफ करने में मदद करता है और उसको गोरा और साफ बनाता है
- प्रोटीन-इसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है जो त्वचा की रखाव को मजबूत करता है और उसे सुंदर बनाता है
सहजन के फूलों की उपयोगिता –Usefulness of drumstick flowers
1 प्रोटीन की मात्रा को संतुलित रखता है-
सहजन के फूल को आप अपनी डेली रूटीन डाइट में शामिल करने से प्रोटीनहल्की आवशकता आसानी से पूरी हो जाती है डेली रूटीन में इसको जरूर शामिल करें और सहजन के फूल मसल्स रिकवरी में बहुत मदद करते हैं
2 सहजन के फूल विटामिन से भरपूर होते हैं
सहजन का फूल विटामिन प्रॉपर्टी के अनुसार बहुत महत्वपूर्ण फूल होता है इसमें विटामिनA , C, D, सभी प्रकार के विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो शरीर की एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को बढ़ा देते हैं
3 शारीरिक यौन क्षमता को बढ़ाते हैं
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इनके फूलों का उपयोग करने से शारीरिक जीवन क्षमता में वृद्धि होती है अपनी डेली रूटीन डाइट में या सलाद के रूप में इन लोग का उपयोग करना अच्छा माना जाता है
4 कैंसर से बचाता है-
सहजन के फूल औषधिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण औषधि की श्रेणी में आते हैं इसमें उपलब्ध ऐंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेट्री प्रोपर्टीज़ कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद करती है अध्ययनों के अनुसार, सहजन के पत्तों में मौजूद विटामिन C, बीटा-कैरोटीन, फ्लावोनॉयड्स, और अन्य पोषक तत्व और ऐंटीऑक्सिडेंट्स कैंसर से लड़ने में मदद करते है
इसका उपयोग कैसे किया जाता है-
भारत के दक्षिण भाग दक्षिण क्षेत्र में इसका उपयोग आमतौर पर सब्जी के रूप में डोमेस्टिक सांभर या कड़ी के रूप में इसका उपयोग किया जाता है इसकी उच्च औषधि गुणवत्ता के कारण सब्जी के अतिरिक्त भी इसका उपयोग किया जा सकता है विभिन्न प्रकार की औषधियां को बनाने में इसका उपयोग किया जा रहा है
सहजन के फल फूल और पत्तियों की उपयोगिता सभी प्रकार की जरूरत के तरीकों से महत्वपूर्ण होती है इसका उपयोग सीधे भोजन के रूप में या सलाद के रूप में या डोमेस्टिक उपयोग कर सकते हैंजो शरीर के लिए लाभदायक हो
इसका उपयोग करने के पूर्व सावधानियां–Precautions before using it
मात्रा का ध्यान रखना चाहिए- जब भी आप सहजन का उपयोग करें चाहे वह किसी भी हमेशा उसके लिए क्वांटिटी का ध्यान रखा जाए जिससे आपके शरीर को किसी भी प्रकार का नुकसान ना हो और उसका पूरा फायदा मिल सके( सहजन के फल के लाभ )
एलर्जी संबंधी समस्या में- एलर्जी की समस्या जैसे साथ संबंधी समस्या अस्थमा जैसी कोई बीमारी से पीड़ित है तो इसका उपयोग करने से पूर्व अनुमान करें या किसी डॉक्टर से संपर्क करने की कोशिश करें
कंक्लुजन-
दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हमने सहजन से संबंधित सभी को जानकारी आपसे साझा की है जो आपको जानना बहुत जरूरी है आमतौर पर देखा जाता है सहजन के पेड़ और पत्तियों की कोई उपयोगिता नहीं की होती लेकिन डोमेस्टिकलेवल पर इसकी बहुत उपयोगिता मानी जाती है इस आर्टिकल में बताई गई सभी जानकारी के पूर्णतासत्य और तथ्य आधारित हैं आशा करते हैं आप इस जानकारी से संतुष्ट होंगे सहजन के क्या क्या लाभ है